Tuesday, July 29, 2008

न आसां ज़िदगी इतनी कि जितना मैं समझता था
न मुश्किल ही लगी उतनी कि जितना सब बताते थे

2 comments:

Ritu Raj Gupta said...

क्षितिज जी,
ब्लागर्स की दुनिया में आपका स्वागत है ... उम्मीद है कि हम नियमित रुप से आपके नये नये विचारों से अवगत होते रहेंगे...

Aadarsh Rathore said...

http://merabasera.blogspot.com क्षितिज जी का नया ब्लॉग है